THE FACT ABOUT SHIV CHALISA LYRICS AARTI THAT NO ONE IS SUGGESTING

The Fact About shiv chalisa lyrics aarti That No One Is Suggesting

The Fact About shiv chalisa lyrics aarti That No One Is Suggesting

Blog Article

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥

अर्थ- त्रयोदशी (चंद्रमास का तेरहवां दिन त्रयोदशी कहलाता है, हर चंद्रमास में दो त्रयोदशी आती हैं, एक कृष्ण पक्ष में व एक शुक्ल पक्ष में) को पंडित बुलाकर हवन करवाने, ध्यान करने और व्रत रखने से किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं रहता।

तज्ञमज्ञान – पाथोधि – घटसंभवं, सर्वगं, सर्वसौभाग्यमूलं ।

From Sati came using the ritual “suicide” of widows who had been immolated by their husband’s relations over the funeral pyre of their partner, generally because the spouse could divert Section of the loved ones fortune by marrying another gentleman, or by returning to her relatives and having the initial dowry with her.

नासै रोग हरे सब पीरा। जपत निरन्तर हनुमत बीरा।।

कंबु – कुंदेंदु – कर्पूर check here – गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।

शिव पूजा में सफेद चंदन, चावल, कलावा, धूप-दीप, पुष्प, फूल माला और शुद्ध मिश्री को प्रसाद के लिए रखें।

हरं सर्पहारं चिता भूविहारं भवं वेदसारं सदा निर्विकारम् ।

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।

मुदामाकरं मण्डनं मण्डयन्तं महामण्डलं भस्मभूषाधरं तम् ।

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥

सङ्कट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।

अर्थ- हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।

Report this page